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मृत सागर के बारे में 23 रोचक तथ्य

मृत सागर या फिर Dead Sea का नाम सुनते ही आपको लगता होगा कि यह एक ऐसी जगह है यहां पर मनुष्यों को नहीं जाना चाहिए।

लेकिन असल में ऐसा नहीं है!

Dead Sea पृथ्वी के प्रमुख आकर्षक स्थानों में से एक है जहां हर साल लाखों पर्यटक आते हैं, सिर्फ घूमने के लिए ही नहीं, बल्कि अपनी खराब त्वचा, श्वसन और जोड़ों की समस्याएं दूर करने भी वो मृत सागर में पाए जाने वाले कई खनिजों का लाभ उठाते हैं।

आइए, आपको मृत सागर से जुड़े ऐसे ही कई रोचक तथ्य बताते हैं-



1. मृत सागर या डेड सी असल में एक 50 किलोमीटर लंबी और 15 किलोमीटर चौड़ी झील है जो कि जॉर्डन और इज़राइल के बीच स्थित है।

2. इस सागर की खास बात यह है कि इसमें नमक की मात्रा काफी अधिक है। पानी के अधिक घनत्व की वजह से एक नौसिखिया भी इस सागर में आसानी से तैर सकता है।

3. मृत सागर में नमक की अधिक मात्रा इसे एक कठोर वातावरण देती है जिसमें पौधे और जानवर नहीं पनप सकते। इसी वजह से इसे मृत सागर कहा जाता है।

4. मृत सागर अपनी विलक्षणताओं के लिए कम चौथी सदी से जाना जाता रहा है, जब विशेष नावों द्वारा इसकी सतह से शिलाजीत निकालकर मिस्रवासियों को बेचा जाता था। यह चीजों को सड़ने से बचाने, सुगंधित करने के अलावा अन्य दूसरे कार्यों के उपयोग में आता था।

5. मृत सागर किसी भी मगासागर का हिस्सा नहीं है। यह एशिया महाद्वीप में दो देशों- इज़राइल और जॉर्डन के बीच स्थित है।

6. डेड सी की सतह समुद्र तल से 430.5 गहराई में स्थित है, जो इसे स्थल भाग पर पृथ्वी का सबसे निचला बिंदू बनाती है। वैसे इसका पानी ऊपरी जमीन से 304 मीटर की गहराई तक ही है।

7. इस सागर का जिक्र बाइबल में भी है जहां बताया गया है कि King David इस सागर के बीच पर आश्रय लेता है।

8. मृत सागर 605 km² के क्षेत्र को कवर करता है। इसमें पानी मात्रा 114 km³ है।

9. वैज्ञानिक अभी तक यह पता नहीं लगा पाए है कि यह क्षेत्र लाल सागर या फिर पूर्वी अफ्रीका की ग्रेट रिफ्ट वैली के विस्तार के कारण बना है।

10. इसे सी ऑफ डेथ (Sea of Death), सी ऑफ सॉल्ट (Sea of Salt), सी ऑफ द अराबा (Sea of the Arabah), और प्रिमोर्डियल सी (Primordial Sea) जैसे कई अन्य नामों से भी जाना जाता है।

11. इस सागर में पानी की आपूर्ति जॉर्डन नदी से होती है।

12. मृत सागर दुनियाभर में पानी में खारेपन की मात्रा के हिसाब से 7वीं सबसे खारी पानी की body है। इस सागर के एक किलो पानी में लगभग 337 ग्राम नमक की मात्रा है।

13. पानी में नमक की मात्रा गहराई के साथ बदलती जाती है। समुद्र की ऊपरी 35 मीटर सतह में 30% का लवणता स्तर है, जो पानी में गहरा होते ही बढ़ता जाता है। मृत सागर के सबसे निचले स्तर पर पानी पूरी तरह से नमक से संतृप्त हो जाता है।

14. मृत सागर को दो भागों में बांटा गया है: उत्तरी बेसिन और दक्षिणी बेसिन। उत्तरी बेसिन झील का प्रमुख हिस्सा है जहाँ पर्यटक आते हैं और यह 300 मीटर गहरा है।

15. डेड सी के आसपास के क्षेत्र में कठोर जलवायु है। इसके आसपास के इलाको में आमतौर पर पूरे वर्ष साफ आसमान, कम आर्द्रता और कम वर्षा होती है। वास्तव में, औसतन बमुश्किल 2 इंच बारिश होती है, जबकि गर्मियों में औसत तापमान कभी भी 32 डिग्री सेल्सियस से नीचे नहीं जाता है।

16. मृत सागर में क्लोराइड और ब्रोमाइड की उच्च मात्रा पाई जाती है। यह दोनों समुद्री नमक के एक प्रकार हैं। क्लोराइड शरीर में कोशिकाओं को संतुलित रखता है, जबकि ब्रोमाइड एक प्राकृतिक दर्द हटानेवाली औषधि है।



17. कभी कभार जब इस क्षेत्र में भारी वर्षा होती है, तो समुद्र में नमक का स्तर 30% से नीचे गिर जाता है। इस वजह से जीवन कभी-कभी मृत सागर में विकसित हो सकता है। उदाहरण के लिए, 1980 की गीली सर्दी ने लाल शैवाल को मृत सागर के पानी में खिलने दिया।

18. कठोर रेगिस्तानी परिस्थितियों के बावजूद, कई अलग-अलग पशु प्रजातियाँ मृत सागर के आसपास की भूमि में रहती हैं। इन जगहों में लोमड़ी, लकड़बग्घा, आइबेक्स, सियार, खरगोश और यहां तक ​​कि तेंदुए भी देखे जाते हैं।

19. ग्रीको-रोमन काल के दौरान यह यात्रा और व्यापार के लिहाज से महत्वपूर्ण बना रहा। यह समय लगभग 8वीं सदी ईसा-पूर्व से 6वीं सदी के बीच बैठता है। ग्रीको-रोमन काल में जहाजों ने नियमित रूप मृत सागर को व्यापार मार्गों के रूप में उपयोग किया।



20. दुनिया की सबसे निचली सड़क मृत सागर के किनारे से होकर चलती हैं। इज़राइल में एक सड़क है – Highway 90, यह मृत सागर के पश्चिमी तटों के साथ से होकर गुजरती है।

21. मृत सागर आज सिकुड़ता जा रहा है। स्प्रिंगर नेचर के एक मानचित्र से पता चलता है कि कैसे उत्तरी बेसिन सिकुड़ रहा है और जबकि दक्षिणी बेसिन आकार में बढ़ रहा है। बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार मृत सागर की सतह एक वर्ष में एक मीटर से भी अधिक की खतरनाक दर से सिकुड़ रही है।

22. हाल के दिनों में, मृत सागर के घटते जल स्तर को कम करने के प्रयास किए गए हैं, जिसमें 2020 में इजरायल, जॉर्डन और फिलिस्तीनी प्राधिकरण के बीच एक विलवणीकरण संयंत्र के निर्माण के माध्यम से मृत सागर को फिर से भरने के लिए हस्ताक्षरित समझौता भी शामिल है।

23. 2020 में, COVID-19 महामारी के कारण, मृत सागर में पर्यटन और आगंतुकों की संख्या में उल्लेखनीय कमी आई है। इसका पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा, जिससे क्षेत्र में प्राकृतिक बहाली और वन्य जीवन के फलने-फूलने की अनुमति मिली।

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