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योनि में कसावट लाने का सबसे बेस्ट तरीका

क्या है ढीली योनि?

जैसा की नाम से पता चलता है कि ढीली योनी वह स्थिति है, जिसमें महिला की योनि की मांसपेशियां कमजोर हो जाती है और पहले जैसे नहीं रहती। कुछ स्थिति में ऐसा भी देखा गया है कि योनि ढीली नहीं होती है, लेकिन वह अपनी शिथिलता खो देती है। इसके कारण आपको कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, जैसे यौन सुख में कमी, मूत्र का रिसाव (हल्की मात्रा में), इत्यादि।

योनि में ढीलापन कैसे आता है?

महिला का शरीर कई कारणों से प्रभावित होता है। समय के साथ शरीर में कुछ बदलाव आते हैं, जो उनके जीवन को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकते हैं। बढ़ती उम्र के कारण महिलाएं रजोनिवृत्ति जैसे गंभीर स्थिति का सामना करती हैं। ऐसे ही बढ़ती उम्र और प्रसव के बाद महिलाओं का जीवन गंभीर रूप से प्रभावित होता है। इन दोनों कारकों के कारण महिलाओं को योनि में ढीलेपन (Vaginal looseness) का सामना करना पड़ सकता है। इस स्थिति का समय पर निदान एवं इलाज अनिवार्य है, अन्यथा यह आपके जीवन को कई प्रकार से प्रभावित कर सकता है।

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ढीली योनि के कारण और लक्षण

ढीली योनि के कारण

  • उम्र बढ़ने
  • एकाधिक प्रसव
  • गहरा ज़ख्म
  • कुछ स्वास्थ्य समस्या
  • रजोनिवृत्ति (Menopause)
  • एस्ट्रोजन का निम्न स्तर

ढीली योनि के लक्षण

  • योनि में सूखापन
  • योनि की पतली ऊतक
  • कम खिंचाव वाली योनि
  • संभोग के दौरान दर्द
  • आकस्मिक मूत्र रिसाव (मूत्र असंयम)
  • पेशाब करने की लगातार इच्छा
  • श्रोणि क्षेत्र में दर्द
  • योनि में खुजली और दुर्गंध

ढीली योनि का निदान

स्व-निदान

सामान्य तौर पर ढीली योनि का निदान महिलाएं स्वयं कर सकती हैं। स्व-निदान की पहली सीढ़ी आपके द्वारा महसूस किए जा रहे लक्षण होते हैं। यदि आपको लगता है कि योनि की संवेदनशीलता में कमी या फिर यौन सुख में कमी आई है या आपको बार बार लगता है कि आपके शरीर का कोई अंग योनि मार्ग से बाहर अपने आप आ रहा है, तो यह सब योनि में ढीलेपन का संकेत देते हैं। यदि आप इस स्थिति के सही निदान के साथ इलाज की कामना रखते हैं, तो तुरंत स्त्री रोग विशेषज्ञ से संपर्क करें।

डॉक्टर के द्वारा निदान

ढीली योनि के निदान के लिए आपको जल्द से जल्द कॉस्मेटिक स्त्री रोग विशेषज्ञ से परामर्श करना चाहिए। उनसे परामर्श लेने से आपको बहुत लाभ मिलेगा। जैसे ही आप स्त्री रोग विशेषज्ञ से परामर्श लेंगे, वह सबसे पहले आपके द्वारा अनुभव किए जा रहे लक्षणों के बारे में पूछेंगे। इसके अतिरिक्त अधिक पुष्टि के लिए डॉक्टर आपके योनि की शारीरिक जांच करेंगे। इसके पश्चात वह आपसे कुछ प्रश्न पूछ सकते हैं, जैसे घर परिवार में कोई अनुवांशिक रोग या फिर पिछली गर्भावस्था। इन प्रश्नों के उत्तर से ढीली योनि की संभावना का पता चल सकता है और डॉक्टर इस स्थिति का इलाज जल्द से जल्द शुरू कर सकते हैं।

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ढीली योनि के इलाज के जोखिम और जटिलताएं

ढीली योनि का इलाज लेजर एवं वेजिनोप्लास्टी दोनों से संभव है। लेजर प्रक्रिया एक दर्द रहित नॉन सर्जिकल प्रक्रिया है, जिसके द्वारा योनि की प्राकृतिक कसावट वापस आ जाती है। वहीं दूसरी तरफ वेजिनोप्लास्टी एक प्रकार की सर्जरी है जिसमें योनि से संबंधित समस्याओं का भी निवारण होता है। यह भी कॉस्मेटिक प्रक्रिया है जिसे स्त्री रोग विशेषज्ञ करते हैं। इन दोनों ही इलाज के बारे में नीचे संक्षेप में बताया गया है।

सभी ऑपरेशन की तरह ही ढीली योनि के ऑपरेशन के कुछ जोखिम और जटिलताएं होती है। सामान्य तौर पर लेजर प्रक्रिया के जोखिम और जटिलताएं बहुत कम होती हैं जैसे – योनि के आसपास के क्षेत्र में घाव, संभोग के दौरान दर्द, योनि में सूखापन, योनि में अस्थाई सुन्नता, इत्यादि। लेकिन वेजिनोप्लास्टी के कुछ जोखिम और जटिलताएं होती हैं जैसे –

  • रक्त हानि
  • योनि के आसपास के इलाके में संक्रमण
  • निशान
  • लंबे समय से योनि में सूखापन
  • योनि के आसपास के क्षेत्र का सुन्न होना
  • सर्जरी के बाद संभोग के दौरान हल्का या तेज दर्द होना।

यदि इलाज न हो

यदि लंबे समय तक ढीली योनि का इलाज नहीं होता है, तो यह महिलाओं के जीवन को कई प्रकार से प्रभावित कर सकता है जैसे –

  • मूत्र में नियंत्रण करने में समस्या
  • योनि के आसपास के क्षेत्र में लगातार खुजली होना
  • योनि में सूखापन
  • संक्रमण के कारण योनि से बदबू आना
  • योनि पर फोड़ा होना
  • योनि पर चोट

योनि के ढीलेपन से बचाव

यदि आप योनि के ढीलेपन से बचना चाहते हैं, तो आपको सबसे पहले यह समझना होगा कि इस स्थिति से बचने का कोई भी उपाय नहीं है। ऐसा इसलिए है क्योंकि आप इस स्थिति को फिर से बनने से रोक नहीं सकते हैं। बढ़ती उम्र को आप रोक नहीं सकते हैं और न ही प्रसव की प्रक्रिया में कुछ फेरबदल कर सकते हैं। लेकिन कुछ अचूक उपायों को कर आप योनि के ढीलेपन को गंभीर चरण में जाने से रोक सकते हैं। ढीली योनि से संबंधित कुछ आसान बचाव उपाय इस प्रकार हैं –

  • श्रोणि की मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए कीगल व्यायाम करें।
  • जामुन और एवोकैडो जैसे फलों का सेवन करें।
  • अपने शरीर का बीएमआई बनाए रखें।
  • ऐसी गतिविधियों को करने से बचें, जिसमें आपको ज्यादा जोर लगाना पड़े।
  • कब्ज की समस्या को दूर करने के लिए अपने आहार में उच्च फाइबर युक्त भोजन को जोड़ें।
  • धूम्रपान छोडें।

स्त्री रोग विशेषज्ञ से ढीली योनि के इलाज के लिए कब परामर्श करें?

यदि आप सही समय पर सर्वश्रेष्ठ कॉस्मेटिक स्त्री रोग विशेषज्ञ से परामर्श प्राप्त करते हैं, तो इसका सीधा लाभ आपको मिलेगा। सामान्य तौर पर महिलाएं स्त्री रोग विशेषज्ञ से तब संपर्क करते हैं, जब वह ढीली योनि के कुछ लक्षणों का सामना कर रहे होते हैं जैसे – यौन सुख में कमी, योनि में संवेदनशीलता की कमी या फिर ढीली योनि का अनुभव। कुछ मामलों में महिलाएं अपने मूत्र पर नियंत्रण नहीं रख पाती हैं। यदि आप भी ऐसे किसी भी स्थिति का सामना कर रहे हैं, तो तुरंत चिकित्सा सहायता लें और स्त्री रोग विशेषज्ञ से परामर्श प्राप्त करें।

ढीली योनि के इलाज के विकल्प और उनका खर्च

ढीली योनि के लिए सर्जिकल इलाज

ढीली योनि के सर्जिकल इलाज को वेजिनोप्लास्टी के नाम से जाना जाता है। इस प्रक्रिया के दौरान मरीज को बेहोशी की दवा दी जाती है और प्रक्रिया को करने में एक से दो घंटे का समय लग सकता है। योनि को कितना कसना है, इसके आधार पर ही ऑपरेशन के दौरान योनि के अंदर की ऊतकों को बाहर निकाला जाता है। इन ऊतकों को बाहर निकालने के लिए पाई-आकार की कील का प्रयोग होता है। इसके पश्चात योनि की त्वचा के नीचे मौजूद ऊतकों में टांके लगा दिए जाते हैं, जिससे योनि कस जाती है। प्रक्रिया पूर्ण हो जाने के बाद योनि के श्लेष्म त्वचा को बंद कर दिया जाता है।

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ढीली योनि के लिए गैर-सर्जिकल इलाज

  • कुछ दवाएं हैं, जिसकी सहायता से योनि के दीवारों की समस्या को काफी हद तक ठीक किया जा सकता है, लेकिन इन दवाओं के प्रयोग से ढीली योनि के कारण उत्पन्न होने वाले लक्षणों से राहत नहीं मिल पाती है। यदि आप ऐसी किसी भी दवा का प्रयोग करते हैं या फिर करने की इच्छा रखते हैं, तो इससे पहले अपनी स्त्री रोग विशेषज्ञ से परामर्श ज़रूर करें। इन दवाओं के प्रयोग के कारण आपको कुछ संक्रमण का सामना करना पड़ सकता है।
  • दूसरी प्रक्रिया है लेजर प्रक्रिया। इस प्रक्रिया के दौरान न ही कोई चीरा लगाया जाता है और न ही किसी भी प्रकार के उपकरण का शरीर में प्रवेश कराया जाता है। इस प्रक्रिया में ढीली योनि के इलाज के लिए लेजर का उपयोग किया जाता है। प्रक्रिया से पहले लेजर के उपकरण को सैनिटाइज किया जाता है। इस प्रक्रिया में उपकरण से लेजर बीम को योनि के ऊतकों पर लक्षित किया जाता है। इसके परिणामस्वरूप योनि की मांसपेशियां फिर से अपने पुराने स्वरूप में आ जाती है। इस पूरी प्रक्रिया में कम से कम 30 मिनट का समय लगता है और इसके लिए आपको कई बार क्लीनिक आना पड़ता है।

योनि कसने की सर्जरी के दौरान क्या होता है?

यह एक सरल प्रक्रिया है, जिसे एक स्त्री रोग विशेषज्ञ अंजाम देते हैं। प्रक्रिया के दौरान निम्न गतिविधियां होती हैं –

  • प्रक्रिया के आधार पर आपको बेहोशी की दवा दी जाती है। यदि लेजर प्रक्रिया का चुनाव किया जाता है, तो किसी भी प्रकार की बेहोशी की दवा का उपयोग नहीं होता है। लेकिन वेजिनोप्लास्टी में मरीज को सामान्य एनेस्थीसिया में रखा जाता है, जिससे उसे प्रक्रिया के दौरान कोई भी दर्द और असहजता का अनुभव नहीं होता है।
  • लेजर प्रक्रिया में लेजर बीम को योनि के शिथिलता को बनाए रखने के लिए योनि पर लक्षित किया जाता है, वहीं पर स्त्री रोग विशेषज्ञ एक कील जैसे उपकरण को योनि की मांसपेशियों में डालते हैं। इसके कारण सर्जन आपकी योनि से अधिक ऊतकों को निकाल पाने में सक्षम हो पाते हैं।
  • लेजर प्रक्रिया में किसी भी प्रकार के टांके नहीं लगाए जाते हैं, लेकिन वेजिनोप्लास्टी में योनि को कसने के लिए टांके लगाए जाते हैं।
  • सर्जिकल प्रक्रिया के दौरान डॉक्टर योनि पर मौजूद अतिरिक्त ऊतक को निकाल लेते हैं, जिससे योनि और भी ज्यादा आकर्षित लगने लगती है।
  • लेजर प्रक्रिया के लिए आपको बार बार क्लीनिक आने की आवश्यकता पड़ सकती है, लेकिन योनि कसने के ऑपरेशन के बाद आपको सिर्फ परामर्श के लिए अस्पताल आने की आवश्यकता होती है।

योनि कसने के इलाज के बाद की देखभाल

योनि कसने के इलाज के बाद आपको कुछ बातों का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है। लेजर प्रक्रिया के बाद आप तुरंत अपने घर जा सकते हैं, लेकिन सर्जिकल प्रक्रिया के पश्चात आपको एक केयर यूनिट में भेजा जाता है। इस स्थान पर आपको तब तक रखा जाता है जब तक आप एनेस्थीसिया के प्रभाव में रहते हैं।

हर प्रकार से राहत दिखने पर आपको छुट्टी दे दी जाती है। छुट्टी के बाद डॉक्टर आपको कुछ दवाओं का सुझाव दे सकते हैं, जिससे आपको पूर्ण रूप से रिकवर होने में सहायता मिलती है। प्रक्रिया पूर्ण होने के कुछ समय के बाद परामर्श के लिए आना होगा। आपको एक बात का खास ध्यान रखना होगा कि योनि वाले क्षेत्र में किसी भी भेदक पदार्थ को न डालें।

ढीली योनि के इलाज के लिए इंश्योरेंस कवरेज

ज्यादातर महिलाएं इस प्रक्रिया को सौंदर्यीकरण के लिए करवाती हैं, इसलिए इस प्रक्रिया को करने के लिए कोई भी इंश्योरेंस कंपनी कवरेज प्रदान नहीं करती है। इसके साथ साथ ढीली योनि को चिकित्सा इमरजेंसी नहीं माना जाता है, इसलिए इस प्रक्रिया को स्वास्थ्य बीमा में कवर नहीं किया जाता है। इस प्रक्रिया के संदर्भ में वित्तीय समस्या या फिर बीमा सहायता के लिए हमसे संपर्क करें।

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ढीली योनि के इलाज के बाद रिकवरी की दर

ढीली योनी के इलाज के बाद आपको पूर्ण रूप से दुरुस्त होने में 6 से 8 सप्ताह का समय लग सकता है। पूर्ण रिकवरी के लिए इलाज के बाद की देखभाल एक अहम भूमिका निभाता है। यदि आप जल्द से जल्द दुरुस्त होना चाहते हैं, तो आपको प्रक्रिया के बाद कुछ दिनों तक शारीरिक संबंध बनाने से दूरी बनानी होगी और उन गतिविधियों को करने से बचें जिसमें आपको ज्यादा जोर लगाना पड़े। ऐसा करने से आप संक्रमण और जटिलताओं के उत्पन्न होने से बच सकते हैं।

ढीली योनि के इलाज के फायदे

सामान्य तौर पर ढीली योनि का इलाज एक कॉस्मेटिक प्रक्रिया है, लेकिन इस प्रक्रिया के कारण आपको बहुत सारे स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं जैसे –

  • योनि प्रोलेप्स और मूत्र रिसाव जैसी समस्या से तुरंत राहत
  • योनि का स्वास्थ्य अच्छा हो जाता है।
  • शारीरिक संबंध के दौरान होने वाले दर्द से छुटकारा
  • बेहतर शिथिलता
  • योनि में खुजली व रूखेपन से राहत

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